किसी भी याद को
जेहन से निकालना आसान नहीं...!
यादें ही जिंदगी को
आसान करती हैं
और ये ही हैं जो
जीना भी मुहाल करती हैं...
अब इंसान इनको
अपने से कैसे अलग करे...!
किसी अजनबी से
रिश्ता बनाना जितना आसान है
उतना ही दुरूह है
उस इंसान से रिश्ता बनाना
जो आपको कुछ या ढेर सी
खट्टी मीठी यादों के साथ
छोड़ गया हो.....!
और फिर एक दिन
एकाएक आपके सामने
खड़ा हो जाता है फिर से
नई उम्मीद से रिश्ता बनाने के लिए...!
किसी को कहना या बताना
बड़ा ही आसान होता है
लेकिन जब खुद पे
ऐसा वक्त आ जाये तो
सारी बातें दरकिनार हो जाती हैं...!
एक ऐसा इंसान
जो आपकी जिंदगी में सबकुछ
या बहुत कुछ रहा हो...
उससे एक अजनबी की तरह
पेश आना बड़ा मुश्किल होता है... !!
फिर ये गाना और भी बेमानी हो जाता है...
"चलो इक बार फिर से............................."